Tuesday, 30 June 2015

Sarb Shaktiman

त्वमेव माता पिता त्वमेव
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव
त्वमेव विद्या द्रविणम् त्वमेव
त्वमेव सर्वम् मम देव देव


सर्व शक्तिमान परमात्मा जो मेरे सही माता, पिता , बंधू और मित्र है , ये ही मेरी असली संपत्ति और विद्या भी है, वो ही मेरा वास्तविक रूप से पूरा संसार है, उन्हें नमन  करता हूँ |


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